नानी का घर हिंदी कहानियाँ

नानी का घर हिंदी कहानियाँ-

दोस्तों आज में आपको नानी का घर हिंदी कहानियाँ सुनाऊंगा। यह कहानी शिक्षा से भरी हुई है। आशा है आपको पसंद आएगी। 


राजीव नगर में भोलू नामक एक लड़का रहता था। वह पढाई में बहुत तेज  था। वह दिन रात पढाई लिखाई करता था। स्कूल में भी सभी अध्यापक उसकी बहुत प्रसंसा करते थे। 


गर्मी की छुट्टियाँ आते ही वह अपनी माँ के साथ नानी के घर पर चला जाता है। 


नानी - अरे वाह ,भोलू तुम तो पिछली बार से ज्यादा बड़े लग रहे हो। 


भोलू - हाँ ,नानी माँ में रोज 4 रोटियां खाता हु तभी में बड़ा हो रहा हु। 


माँ - मम्मी यह बहुत शैतान हो गया है ,ऐसे ही दिन रात मज़ाक करता रहता है। 

Also, Read - Chalak Mistri

नानी - बच्चे तो ऐसे ही होते है , जब तू इसके उम्र की थी तब और भी शरारती हुआ करती थी। 


नानी फिर भोलू और माँ को अंदर ले जाती है और उन्हें चाय और नाश्ता खिलाती है। 


ऐसे ही कुछ दिन बीत जाते है। एक दिन भोलू नानी माँ से आम के बगीचे में जाने की जिद करता है। नानी माँ हा भर देती है। 


भोलू बगीचे के लिए निकल जाता है। बगीचे में जा कर भोलू देखता है। कुछ बच्चे पेड़ पर चढ़े हुए है। वह आम तोड़ कर नीचे गिरा रहे है और कुछ बच्चे उन आम को अपनी जेब में रख रहे है। 


भोलू उनके पास जाता है और बोलता है। 


 भोलू - हेलो दोस्तों मेरा नाम भोलू है और में अपनी नानी माँ के घर में कुछ दिन रहने आया हु। 


लड़के - तुम्हारा नाम कुछ भी हो हमे उससे क्या। तुम यह सब क्यों बोल रहे हो। 


भोलू -  मेरा यहाँ कोई दोस्त नहीं है। दोस्ती करने के लिए परिचय दिया था। क्या तुम लोग  मुझ  से दोस्ती करोगे। 


लड़के - हम शहर के लड़को से दोस्ती नहीं करते क्योकि वहाँ के लड़के घमंडी होते है। 


भोलू - ऐसा नहीं है , शहर के सभी लोग बुरे नहीं होते। उनमे से बहुत सारे अच्छे भी होते है। 

Also, Read-  Budhiman Chaiwala

लड़को ने  शहर के लोगो की बहुत बुराई की और किसी ने भी भोलू से दोस्ती नहीं की।  भोलू को उनकी सोच देख कर बहुत ज्यादा दुःख हुआ। वह थोड़ी दूर जा कर आम तोड़ने लगता है। 


तभी गांव के लड़के उसके पास आते है और बोलते है। 


लड़के - यह बगीचा गांव का है और हम किसी शहरी को आम नहीं ले जाने देंगे। 


भोलू - भइओ मेरा आम खाने का मन है। मुझे एक आम ले जाने दो। 


लड़के - नहीं तो नहीं , एक आम भी नहीं ले जा सकते तुम। 


भोलू उदास हो कर नानी के घर की तरफ जाने लग जाता है। तभी उसको पीछे से जोर की आवाज आती है। 


वहाँ पर जा कर उसको पता लगता है , उन लड़को मेसे एक लड़का गड्ढे में गिर गया है। 


लड़के भोलू को इस चीज़ के लिए जिम्मेदार ठहराते है। भोलू उनसे कहता है पहले हम उस लड़के को बहार निकाल लेते है फिर तुम लोग मुझे जितना कोशना चाहो कोश लेना है। 


फिर भोलू तरकीब लगाता है और सभी लड़को की कमीज़ उतरवा कर उनसे लम्बी रस्सी बनाता है। फिर सभी लड़के मिल कर उस लड़के को बहार निकाल लेते है। 


सभी लड़के भोलू से माफ़ी मांगते है और सभी मिल कर आम तोड़ते है और हस्सी मज़ाक करते है। 


दोस्तों आपको मेरी  नानी का घर हिंदी कहानियाँ कैसी लगी , अवश्य बताएं। 

0 टिप्पणियाँ