सोमवार, 30 नवंबर 2020

Sushant Singh Rajput Biography in Hindi/RIP

sushant singh rajput biography in hindi


सुशांत सिंह राजपूत एक उभरता हुआ बॉलीवुड सुपरस्टार थे। कुछ समय पहले ही उनकी एक बहुचर्चित फिल्म रिलीज़ हुई थी छिछोरे उस फिल्म में वह आत्महत्या के विचारो से कैसे समझौता किया जाये यह सन्देश देता नज़र आ रहे थे।  ३४ वर्षीय सुशांत सिंह राजपूत ने खुद मौत के आगे घुटने टेक दिए. हालही में हमारा देश विसव्विख्यात एक्टर इरफ़ान खान और ऋषि कपूर की मिर्त्यु से उभर रहा था उससे पहले ही १४ जून २०२० को हमारे प्यारे एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मिर्त्यु की खबर आ गयी। १४ जून २०२० की सुबह सुशांत सिंह राजपूत ने अपने घर में फांसी का फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली अब वो हमारे बीच नहीं है।

सुशांत सिंह राजपूत के जीवन से हम बहुत कुछ सीख सकते है उन्होंने अपने जीवन में बहुत ज्यादा संघर्ष कर स्टारडम हासिल किया था। आज इस आर्टिकल में हम छिछोरे और म.स.धोनी जैसी सफल फिल्मो में काम करने वाले सुशांत सिंह राजपूत के जीवन के बारे में जानेगे।

सुशांत सिंह राजपूत का जन्म बिहार के पटना में 1986  को हुआ था। उनके पिता एक सरकारी कर्मचारी थे। उनकी ४ बहने है। सुशांत सिंह राजपूत ने सन २००२ में जब वह १२ कक्षा में पढ़ते थे अपनी माँ को खो दिया था। सुशांत सिंह राजपूत पढ़ाई लिखाई  में बहुत तेज थे उन्होंने ११ कक्षा में ओलिंपियाड में गोल्ड मैडल जीता था। उन्होंने इंजीनियरिंग  में दाखिले  के लिया jee का एग्जाम दिया और उसमे 7 पोजीशन हासिल की। सुशांत सिंह राजपूत एक मैकेनिकल इंजीनियर थे उनका सपना एक्टर बनाने का था इस लिए उन्होंने अपना सारा फोकस एक्टिंग पर कर दिया। 

एक्टिंग का जूनून सुशांत सिंह राजपूत को मुंबई तक ले आया वह उन्होंने श्यामक डावर की डांस क्लास ज्वाइन कर ली। श्यामक डावर सुशांत से इतने इम्प्रेस हुआ उन्होंने उसे अपने मैन डांस ग्रुप में शामिल कर  लिया। सुशांत के कररेर की शुरुवात एक बैकग्राउंड डांसर के तोर पर हुई। सुशांत सिंह राजपूत को 2006 में हुआ कामनवेल्थ गेम में  ऐश्वर्या राइ के साथ स्टेज शेयर करने का मौका मिला था। सुशांत सिंह राजपूत को एक्टिंग करने की इंस्पिरेशन शाहरुख़ खान से मिली। उन्होंने एक थिएटर ग्रुप ज्वाइन किया वह से उन्हें हार्डवर्किंग की कला मिली।

 सुशांत सिंह राजपूत के करियर की शुरुवात बालाजी टेलीफिल्म के एक शो "किस देश में हे मेरा दिल" सीरियल से हुई। इसके बाद ज़ी टी.व् के एक शो "पवित्र रिस्ता" ने सुशांत सिंह राजपूत के करियर को एक नया मोड़ दे दिया। उसके बाद उन्होंने विभिन प्रकार के रियलिटी" शो जैसे झलक दिखला जा " में भाग लिया। पवित्र रिस्ता छोड़ कर बीच में ही वह इंटरनेशनल थिएटर ग्रुप ज्वाइन करने चले गए। सुशांत सिंह राजपूत ने अपनी फ़िल्मी करियर की शुरुवात  की चेतन भगत की नावेल पे बेस मूवी" कोई पो छे" से यह मूवी बॉक्स ऑफिस पे हिट रही थी। इसके बाद सुशांत ने "सुध देसी रोमांस " फिल्म की परन्तु उनके बड़े एक्टर नहीं होने की वजह से किसी भी एक्ट्रेस ने उनके साथ काम करने से मना कर  दिया।

इसके बाद सुशांत सिंह राजपूत की पॉपुलैरिटी बढ़ती गयी और उन्होंने "प.क " म.स.धोनी ,राब्ता और केदारनाथ जैसी हिट मूवीज में काम किया।

आज बेसक सुशांत सिंह राजपूत हमारे बीच नहीं रहे पर छोटी उम्र में जो उन्होंने मुकाम हासिल किया वो हम सब के लिया प्रेणा बना रहे गा। दोस्तों सुसाइड किसी भी प्रॉब्लम का हल नहीं है। जिंदगी अनमोल है हमे उससे जीना सीखना चाहिए। डिप्रेशन कितना लोगो पे हावी होआ सकता है आज हमने सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु से सिख लिया।

नमस्ते। 

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शनिवार, 28 नवंबर 2020

Hindi Kahaniya - पांचू और पुरानी हवेली का रहस्ये

                     
Hindi kahaniya-purani haveli ka rahasye

Hindi Kahaniya-पांचू के किस्से-2

भुतहा हवेली का रहस्य-

दोस्तों पिछ्ले किस्से में मैंने आपको पांचू के बारे में बताया  था. आज हम उसके पहले किस्से के बारे म जानेगे। दोस्तों यह किस्सा हे भुतहा हेवली का हमारे गांव में एक बहुत पुराणी हवेली है करीब १००० से १५०० सो वर्ष पुराणी। लोगो का कहना था उस हवेली में चुड़ैल ,प्रेत और जिनाद का साया है।  लोग उस हवेली के आस पास भी जाने से डरते थे। गांव वाले तो इतना भी कहते थे उस हवेली में जो गया या तो वो मर गया या फिर हमेशा के लिया पागल हो गया।

पांचू की शर्त -

दोस्तों हमारा दोस्त पांचू हमेशा की तरह अपने अड्डे पे मोटला के साथ बैठा किताबे पढ़ रहा था वैसे तो उससे पढ़ाई से बहुत बड़ी वाली एलर्जी है पर अगर जासूसी की कोई नई नॉवेल या कॉमिक आये तो भाई सहाब के पढ़ने का कीड़ा जग जाता है. दोस्तों हमारा एक दोस्त और है पिंगला।  पांचू  और पिंगला के बीच में ऐसी खींच तान है जैसे मोटू और जॉन के बीच में रहती है।  पिंगला आ कर पांचू से कहता है।  पांचू तू नाम का जासूस है हिम्मत है तो पुराणी हवेली के भूत को पकड़ के दिखा दे।  पांचू कहता है पकड़ के दिखाऊंगा पिंगला में तू बस देखता जा।

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Panchu ke kisse

पांचू और भुतहा हवेली -

उसी रात पांचू मोटला से कहता है मोटला आज रात हम उस हवेली जयंगे। मोटला की यह सुनता ही हवा पानी बंद हो गयी ।  मोटला कहता है भाई मुझे बुखार हो रहा है में न जाऊंगा। पांचू कहता है भाई चलना तो पड़गा अपने आपको मेरा डॉ वाट्सन कहता है ना चलना तो पड़गा। रात में पांचू और मोटला उस हवेली के लिया निकल जाते है।

पांचू -भूत ही भूत

रात में जब पांचू और मोटला हवेली में गुस्स जाते है। मोटला तो हवेली में घुसते ही कापने  लग गया। रात के १२ बजते ही हवेली में चारो तरफ से बस हसने ,चीखने और रोने की आवाजे आने लगती है । मोटला यह सब सुनते ही अपनी पेण्ट में पिशाब क़र देता है और कुछ भी किया हो तो पता नहीं। कुछ समय बाद किसी की चलने ,दरवाजे बंद होने और लाइट के बुझने व  जलने की घटनाएं  होने लगती है। पांचू भी थोड़ा डरा हुआ था पर उससे पूरा विश्वास था कुछ तो दाल में काला है.

पांचू की पड़ताल -

अगली सुबह पांचू अकेला उस हवेली में जाता है और पूरी जाँच पड़ताल करता है पड़ताल करते करते उसकी नज़र एक चोर दरवाजे पे जाती है जब वह उस चोर दरवाजे के पीछा जाता है उससे सुरंग मिलती है। सुरंग का पीछा करने पर उससे जो मिलता है उससे उसे पता चल जाता है कौन है उस हवेली के भूत के पीछे ।

पांचू ने पकड़ा भूत-

पांचू उसके बाद सीधे सरपंच के पास जाता है और गांव को इक्क्ठा करने के लिया कहता हैं। पूरा गांव जब इक्क्ठा हो जाता है तब पांचू बताता है हमारा गांव का भूत है इक्का जमींदार।  सभी पांचू की तरफ हैरानी से देखते है फिर पांचू उन्हें बताता है इक्का जमींदार शराब का काला धंदा चलने के लिया हवेली को हड़पना चाता था। उसके लिए उसने हवेली में चोर रास्ता बनवाया और रात में रेडियो चला के भूत की आवाज निकलता और ऐसा दिखता जैसे यहाँ कोई भूत है।

पांचू को मिला इनाम -

गांव के भूत को पकड़ने के लिया सरपंच सहाब पांचू को एक काला जासूसी वाला कोट इनाम में देता है। पांचू खुसी खुसी इनाम को लेकर घर वापिस आ जाता है घर पर आकर माँ उससे उसकी  मनपसंद कचोरी खिलती है और पांचू का यह किस्सा यही पर समाप्त हो जाता है

दोस्तों ऐसे ही में आपके लिया लाता रहूंगा  पांचू के किस्से

नमस्कार। 

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गुरुवार, 26 नवंबर 2020

Hindi Kahaniya - पांचू के किस्से


panchu ke kisse


पांचू के किस्से -१

दोस्तों ये कहानी है हमारे एक प्रिये मित्र पांचू की। पांचू एक १८ वर्षीय नौजवान लड़का है। उसका बचपन से ही एक सपना था जासूस बनना का। कहानी कुछ इस प्रकार है जब हमारे प्रिये मित्र पांचू अपनी माँ के गर्भ में थे उनकी माता जी एक टेलीविज़न शो देखा करती थी व्योमकेश बक्शी वह शो देखते देखते बस बिचारी यही सोचा करती थी काश मेरा बेटा भी जासूस बन जाये। बस वही बात हमारे दोस्त के दिमाग में बैठ गयी और वो बनाने चले जासूस।
 

पांचू की बनावट -

दोस्तों अब हम आपको अपने दोस्त की थोड़ी रूप रेखा का विवरण देता है अर्थार्त हमारा दोस्त दीखता कैसा है। दोस्तों लड़का का कद है करीब ५ फ़ीट ३ इंच ,रंग उसका काला , घुँघरालु बाल , दांत बहार की तरफ जब वह पैन्ट पहनता है तो अपनी धुन्नी के ऊपर तक चढ़ा लेता है और अपनी टीशर्ट को पेंट के अंदर दबा कर ऐसा चलता है जैसे कोई लाड सहाब जा रहा हो.दोस्तों बोलने में उसका कोई भी प्रतिद्वंदी नहीं है। बोलने में पीएचडी की हुई हमारे मित्र ने
 

पांचू के सवगुण-

अब हम उसके कुछ सवगुण की बात भी कर लेता है।  मेरा दोस्त को भगवन ने बहुत ज्यादा शक्तिओ से नवाज़ा है। अगर में सीधे शब्दो में कहु तो वो रियल में हिंदुस्तानी शेरलॉक होम्स है। चीज़ो को देख कर कहानी बता देना , चीज़ो को समझने की शक्ति सब कुछ से  पूर्ण व परिपूर्ण है।

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पांचू के मित्र-

अब हम बात करते है उसके दोस्तों की एक तो में ही हु परन्तु मुझ से भी घनिस्ट मित्र है उसका मोटला। मोटला हम कह सकते है उसका डॉक्टर वाटसन वाला मित्र है।  दोनों की जोड़ी मोटू पतलू जैसी है. दोनों एक दूसरे पे जान छिड़कते है। दोनों के मन में जासूसी इस तरह घुसी हुई है जैसे मोटू के मन में समोसे के लिए प्यार। दोस्तों मेरा दोस्त को भी कचोरी खाना बहुत पसंद है.
 आप सोच रहे है की कहानी का शिर्षक है पांचू के किस्से पर यह तो पांचू के बारे में बता रहा है।  दोस्तों किस्सों से पहला किरदार को समझना भी तो जरूरी है।

पांचू का परिवार- 

दोस्तों में आपको पांचू के परिवार के बारे में भी थोड़ा बता देता हु। उसके परिवार में उसकी माँ है जो उसको बहुत प्यार करती है बेसक मेरा दोस्तों कैसा भी दीखता है परन्तु उसकी माँ के लिया वो सलमान से कम नहीं है।  उसके पिता जी बहुत गुस्से वाले है वो छोटी सी बात पे भी पांचू को ऐसा धोते है जैसे टाइड साबुन धो देता है। उसके दादा जी उसके जासूसी को बहुत सपोर्ट करते है अगर उससे कुछ भी सामान लाना हो तो दादा जी उसकी मदद करते है।
 

पांचू का ऑफिस -

पांचू ने हमारा गांव के पीछा के खण्डार में अपना ऑफिस बनाया हुआ है। उसमे भाई पांचू ने सारे जासूसी के सामान ला कर रखे हुआ है। ऑफिस तो दिखने में कबाड़ है पर एक बच्चे के हिसाब से बहुत ज्यादा सुसजित है.
 
दोस्तों आज मैने आपको पांचू के बारे में बतया है।  अब अगला एपिसोड से उसके किस्से शुरू होंगे ,
तो दोस्तों इस्को पढ़े और में आपके लिया ला कर आऊंगा पांचू के किस्से .
दोस्तों अगर आपको मेरी कहानी अच्छी लगी है और आपको हैलट टिप्स और बॉलीवुड स्टोरी पढ़ना है तो मुख्य पेज पर जाये। 

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