Hindi kahaniya-purani haveli ka rahasye

Hindi Kahaniya-पांचू के किस्से-2

भुतहा हवेली का रहस्य-

दोस्तों पिछ्ले किस्से में मैंने आपको पांचू के बारे में बताया  था. आज हम उसके पहले किस्से के बारे म जानेगे। दोस्तों यह किस्सा हे भुतहा हेवली का हमारे गांव में एक बहुत पुराणी हवेली है करीब १००० से १५०० सो वर्ष पुराणी। लोगो का कहना था उस हवेली में चुड़ैल ,प्रेत और जिनाद का साया है।  लोग उस हवेली के आस पास भी जाने से डरते थे। गांव वाले तो इतना भी कहते थे उस हवेली में जो गया या तो वो मर गया या फिर हमेशा के लिया पागल हो गया।

पांचू की शर्त -

दोस्तों हमारा दोस्त पांचू हमेशा की तरह अपने अड्डे पे मोटला के साथ बैठा किताबे पढ़ रहा था वैसे तो उससे पढ़ाई से बहुत बड़ी वाली एलर्जी है पर अगर जासूसी की कोई नई नॉवेल या कॉमिक आये तो भाई सहाब के पढ़ने का कीड़ा जग जाता है. दोस्तों हमारा एक दोस्त और है पिंगला।  पांचू  और पिंगला के बीच में ऐसी खींच तान है जैसे मोटू और जॉन के बीच में रहती है।  पिंगला आ कर पांचू से कहता है।  पांचू तू नाम का जासूस है हिम्मत है तो पुराणी हवेली के भूत को पकड़ के दिखा दे।  पांचू कहता है पकड़ के दिखाऊंगा पिंगला में तू बस देखता जा।

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पांचू और भुतहा हवेली -

उसी रात पांचू मोटला से कहता है मोटला आज रात हम उस हवेली जयंगे। मोटला की यह सुनता ही हवा पानी बंद हो गयी ।  मोटला कहता है भाई मुझे बुखार हो रहा है में न जाऊंगा। पांचू कहता है भाई चलना तो पड़गा अपने आपको मेरा डॉ वाट्सन कहता है ना चलना तो पड़गा। रात में पांचू और मोटला उस हवेली के लिया निकल जाते है।

पांचू -भूत ही भूत

रात में जब पांचू और मोटला हवेली में गुस्स जाते है। मोटला तो हवेली में घुसते ही कापने  लग गया। रात के १२ बजते ही हवेली में चारो तरफ से बस हसने ,चीखने और रोने की आवाजे आने लगती है । मोटला यह सब सुनते ही अपनी पेण्ट में पिशाब क़र देता है और कुछ भी किया हो तो पता नहीं। कुछ समय बाद किसी की चलने ,दरवाजे बंद होने और लाइट के बुझने व  जलने की घटनाएं  होने लगती है। पांचू भी थोड़ा डरा हुआ था पर उससे पूरा विश्वास था कुछ तो दाल में काला है.

पांचू की पड़ताल -

अगली सुबह पांचू अकेला उस हवेली में जाता है और पूरी जाँच पड़ताल करता है पड़ताल करते करते उसकी नज़र एक चोर दरवाजे पे जाती है जब वह उस चोर दरवाजे के पीछा जाता है उससे सुरंग मिलती है। सुरंग का पीछा करने पर उससे जो मिलता है उससे उसे पता चल जाता है कौन है उस हवेली के भूत के पीछे ।

पांचू ने पकड़ा भूत-

पांचू उसके बाद सीधे सरपंच के पास जाता है और गांव को इक्क्ठा करने के लिया कहता हैं। पूरा गांव जब इक्क्ठा हो जाता है तब पांचू बताता है हमारा गांव का भूत है इक्का जमींदार।  सभी पांचू की तरफ हैरानी से देखते है फिर पांचू उन्हें बताता है इक्का जमींदार शराब का काला धंदा चलने के लिया हवेली को हड़पना चाता था। उसके लिए उसने हवेली में चोर रास्ता बनवाया और रात में रेडियो चला के भूत की आवाज निकलता और ऐसा दिखता जैसे यहाँ कोई भूत है।

पांचू को मिला इनाम -

गांव के भूत को पकड़ने के लिया सरपंच सहाब पांचू को एक काला जासूसी वाला कोट इनाम में देता है। पांचू खुसी खुसी इनाम को लेकर घर वापिस आ जाता है घर पर आकर माँ उससे उसकी  मनपसंद कचोरी खिलती है और पांचू का यह किस्सा यही पर समाप्त हो जाता है

दोस्तों ऐसे ही में आपके लिया लाता रहूंगा  पांचू के किस्से

नमस्कार। 

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