Hindi kahaniya- Rasoiye aur waiter ki kahani
रसोये और वेटर की कहानी-
रसोये और वेटर की कहानी एक नैतिक शिक्षा की कहानी है। जिसका मुख्य उदेशय सभी व्यक्ति बराबर है यह है. इस कहानी के मुख्य करिदार है मोटू और पतलू।
कहानी शुरू होती है गुरुग्राम के एक छोटे से गांव से। मोटू एक रसोया है व पतलू एक वेटर है. दोनों गुरुग्राम के एक प्रसिद्ध ढाबा राव ढाबा में काम करते है. पतलू एक बहुत ही अच्छा वेटर है और वो ढाबे में आने वाले सभी ग्राहक में बहुत प्रसिद्ध है. उसकी प्रसिद्धि की वजह से ढाबे का मालिक उसको बहुत पसंद करता था और उसको सबकी तुलना में बहुत अच्छे से ट्रीट करता था .
उसी होटल में मोटू भी काम करता था मालिक और ग्राहक बस पतलू की ही तारीफ करते थे इस बात से वह बहुत दुखी होता था. एक दिन मोटू नई चस्मा पहन के आया।
पतलू उसके पास आके बोलता है। में बहुत प्रसिद्ध हु सभी मुझे देखने आते है लड़किया मुझे लाइन देती है। यह चस्मा तू मुझे दे। मोटू कहता है यह मै अपने लिए लाया हु। परन्तु पतलू के सामने मोटू की एक नहीं चलती है वह उसको चस्मा दे देता है.
अगले दिन पतलू वही चस्मा लगा के ग्राहकों के सामने कहना परसोता है लोग उसकी बहुत प्रशंसा करते है. कुछ समय बाद ढाबे का मालिक पतलू को बुला को कहता है. पतलू में तुम्हारे काम से बहुत खुश हूँ तुम्हारी तन्खा 2000 rs बढ़ता हूँ। यह सुनकर मोटू कहता है मालिक में भी इसी ढाबे में 20 साल से काम कर रहा हूँ अपने मेरी तन्खा कभी इतनी नहीं बढ़ई। मोटू बहुत दुखी होता है।
अब कहानी में एक मोड़ आता है मोटू उसी रात अपने कुछ दोस्तों को बुलाता है और पतलू को सबक सिखने का प्लेन बनता है. अगले दिन मोटू एक बहुत ही महंगी घडी पहन कर आता है पतलू उसके पास खाना लेना आता है. मोटू बोलता है पतलू भाई इस घडी को मत लेना मेने ये दुबई से ५००० rs में मंगवाई है.
पतलू कहता है हम दोनों में कौन प्रसिद्ध है में हु ना और बहुत सारि लड़कियाँ मुझे देखने आती है तुम पर यह घडी जम भी नहीं रही एक काम करो यह घडी मुझे दो पैसे में तुम्हे बाद में दे दूंगा।
पतलू मोटू को घडी दे देता है. कुछ समय बाद ढाबे का मालिक आता है मोटू कहता है मालिक आप पतलू को ही पसंद करते है। में अगर कोई छोटी सी भी गलती करूंगा तो आप मुझे निकलने में नहीं झिंगको गे पर पतलू कुछ भी करेगा आप उसे कुछ नहीं कहोगे।
पतलू जल्दी से बोलता है 20 साल का तजुर्बा है कोई गलती नहीं कर सकता मै। मोटू कहता है अगर खाना बनाने में मुझ से कोई गलती हुई तो में अभी नौकरी छोड़ दूंगा पर अगर तुमसे कोई प्लेट गिरी तो तुमको भी नौकरी छोड़नी होगी बोलो मंजूर है. पतलू हां भर देता है
अब कहानी में आगे ,अगले दिन कुछ ग्राहक आते है पतलू उनको खाना देने जाता है उनमे से एक ग्राहक कहता है भाई समय क्या हुआ है पतलू जल्दी से बोलता है भाई तुम्हारी किस्मत अच्छी है तुम्हे में समय एक महंगी घडी से बतऊँगा इतने कहते ही जैसे ही पतलू अपना हाथ घूमता है सारी प्लेट धरती पे गिर जाती है.
ढाबे का मालिक और पतलू दोनों घबरा जाते यही। मोटू कहता है मालिक में पतलू को निकलने के लिए नहीं कहुगा यह सब करने का मेरा मकसद यही था की आप सभी को एक नज़र से देखे। पतलू मोटू से माफ़ी मांगता है और ढाबे का मालिक भी सभी को अब एक सामान व्यव्हार देता है।
दोस्तों आपको यह कहानी कैसी लगी आशा करता हु आपको यह कहानी बहुत पसंद आयी होगी। दोस्तों और रोचक कहानी जैसे चुड़ैल की कहानी, शैतानी गुड़िया की कहानी , पांचू के किस्से और वो काली रात पढ़ने के लिया आप मुख्य पेज पर जा कर सकते है.
नमस्ते
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