desh bhakti shayari in hindi 2020-

दोस्तों स्वतंत्र दिवस के उपलक्ष में , में अपने फौजी भइओ और अपने भारत देश के लिए कुछ शायरी लिख रहा हु  इसका  शीर्षक है "desh bhakti shayari in hindi 2020". 

मुझे उम्मीद है मेरे सच्चे देश भक्तो आपको मेरी शायरी बहुत ज्यादा पसंद आएगी 

आइये शायरी सुरु करता हु।    

desh bhakti shayari in hindi 2020
         

 (1)

शान तिरंगा ऑन तिरंगा ,मेरा मन में है तिरंगा 

तीन रंगी छटा बिखरे , शांति की पहचान तिरंगा 

भारतभूमि पे जब लहराए , जागे मन में अरमान तिरंगा 

देशभक्ति देश प्रेम का ,सबका है अरमान तिरंगा 


कोण करे क़ुरबानी बताओ ,कौन देश के काम आये 

देश के वीर जवानो के , हिस्से में ये मक़ाम आये 

खून हमारा बोल रहा है , जिगर में यह खोल रहा है 

एक दिन तो अपने भी हिस्से में  ये मुकाम आये 

शान तिरंगा ऑन तिरंगा , मेरे मन का मान तिरंगा


लहू गिरे जब इस धरा पे तो, दुश्मन सारे काँप उठे 

भारत माँ की जय , सबके दिल से यह आवाज उठे 

सभी सुनो विजय कहानी, भारत के वीर सपूतो की 

अरे भारत देश के जबाज़ो में , अपना भी तो नाम आये 

एक दिन तो अपने हिस्से भी यह दीवानी शाम आये 

शान तिरंगा ऑन तिरंगा , मेरे मन का मान तिरंगा

 (2)

कुछ जोश तिरंगे की ऑन का है ,

कुछ जोश मातृभूमि की शान का है ,

हम फहराएंगे हर जगह यह  तिरंगा 

जोश यह हिंदुस्तान की शान का है

 (3)

झंडा हमारा है शान -ऐ -जिंदगी ,

वतन परस्ती है वफ़ा -ए -जिंदगी ,

देश के लिए मर मिटना कबूल  है मुझे ,

अखंड भारत के सवपन का जूनून है मुझे 

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 (4)

यह नफरत बुरी है न पालो इसे ,

दिल में देवेश है निकलो इसे ,

ना तेरा , ना मेरा ,ना इसका , ना उसका ,

यह हमारा वतन है ,बचालो भाईओ इसे

 ( 5)

में हु बजरंगी और,

भारत देश मेरा प्रभु राम है ,

देख लो छाती चिर के ,

दिल में हिंदुस्तान है

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(6)

कहते है अलविदा इस संसार को , 

जा के खुदा के घर वापिस ना आया जायगा ,

हमने लगाई जो आग इंकलाब की है ,

इस आग को किसे से बुझाया न जायगा।

(7)

जिनके जाने पे परिवार को गम कम और गर्व जयदा होता है ,

दोस्तों उनकी वजह से हिंदुस्तान सुख की नीद सोता है

(8)

अरे शेरो के बेटे शेर ही जाने जाते है ,

और लाखो के बीच देश के फौजी ही पहचाने जाते है

(9)

घरवालों को वापिस आने की उम्मीद दे के जाता है ,

जीत जायँगे जंग , मन में प्रण कर के जाता है ,

बेखौफ छुड़ता है ,दुश्मनो के छक्के ,

जनाब फौजी है , तिरंगा लहराकर वापिस आता है

(10)

सिर्फ बेटियां ही नहीं दोस्तों ,

बेटे भी घर छोड़ जाते है ,

और वो बेटे फौजी कहलाते है ,

यह फौजी भी कमाल के होते है साहब ,

बटुए में परिवार और दिल में देश को छुपा लेते है

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11)

जब जब जिसने मेरे देश को ललकारा है ,

मेरे फौजी भाइओ  ने उनके सिंने में तिरंगा गाड़ा है

12)

मेरा दिल टुकड़ो में बिखर गया।,

जब एक शहीद फौजी की माँ बोली ,

मेजर शाहब आप एक १ इंच छोटा होने पे फ़ौज में नहीं लेते ,

में एक फुट छोटी लाश कैसे ले लू

13)

शहीद भगत सिंह के आखरी सब्द ,

भारत माँ तू रो मत , में वापिस आऊंगा

14)

उनकी सड़ती रही लाशे,

महतमा गाँधी फिर भी चुप थे ,

हमे पढ़या गया , गाँधी के चरखे से आयी आज़ादी ,

फिर वो फांसी पे चढ़ने वाले २५ साल के जवान कौन थे।

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16)

मेरे जज़्बातो से इस तरहा वाकिफ है मेरी कलम ,

अगर में प्यार भी लिखना चाहु ,तो भी इंकलाब लिख जाता है

17)

दुःख इस बात का नहीं,

१००,५०० के नोटों पे फोटो नहीं है तेरी ,

दुःख इस बात का है ,

दिलो से फोटो गयब  है तेरी

18)

एक दिया वीरो के नाम का भी रख लो ,

पूजा की थाली में। 

जिन सपूतो की जान चली गयी ,

मेरी भारत माँ की रखवाली में

19)

तुफानो से लड़ते है जो , आंधिओं में डटते  है जो ,

देश की मिटटी में जो अपने अंग अंग रंगते है। 

पंचतत्व भी जिनका सामन करे ,

वह भारत माँ के वीर कहाँ किसी से डरते है

20)

सुन देश के ऊपर हमला ,

बंदूक उठा चलता हु ,

है मौत का गम किसको ,

में खून धरा को देता हु

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21)

ना पूछो ज़माने को ,

क्या हमारी कहानी है ,

हमारी पहचान तो यह है ,

हम भारत देश के हिंदुस्तानी है

22)

क्यों मरते हो दोस्तों सनम के लिए ,

ना देगी दुपटा कफ़न के लिए ,

मरना है तो मरो वतन के लिए ,

तिरंगा तो मिलगा कफ़न के लिए

23)

में भारत वर्ष का हमेसा गुणगान करता हु ,

यहां की चाँद जैसी मिटटी का गुणगान करता हु ,

मुझे कोई मोह नहीं  है  स्वर्ग जाने की ,

तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही चाहत  रखता हु

24)

ज़माने भर में मिलते है आशिक़ कई ,

मगर वतन जैसा खूबसूरत सनम  नहीं देखा ,

नोटों पे भी लिपट कर और सोने में भी चिपट कर मरे है कई ,

मगर तिरंगे जैसा खूबसूरत कफ़न ना देखा

25)

मुक़बल  है इबादत  और में वतन में ईमान रखता हु ,

वतन की शान के खातिर में हथेली पे जान रखता हु ,

क्यों देखते  हो मेरी आँखों में नकशा पाकिस्तान का ,

मुस्लिम हु सच्चा , दिल में भारत देश रखता हु

Desh bhakti shayari in hindi 2020 के लिए मेरी कुछ विशेष टिपण्णी-

दोस्तों हमारे फौजी भाई अपने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण गवा देते है ,हमे उन भइओ का सम्मान करना चाहिए। 

इंडिपेंडेंस डे और रिपब्लिक डे दो ऐसे दिवस है जहां पर हम अपने भइओ को याद कर के। उन्हें सच्ची ट्रिब्यूट दे सकते है। 

अपने देश का सम्मान और प्यार ही सच्ची देश भक्ति है। एक हिंदुस्तानी के रूप में हमे सबका सम्मान और सबके विकास का नारा का अनुसरण करना चाहिए। 

इसी के साथ सभी बहेनो और भइओ को १५ अगस्त २०२० को हार्दिक शुभकामनये। 

जय हिन्द

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